आज भामाशाह बनना हे या कल लुटना हे, फैसला आपका

जिस तरह का माहौल देश का चल रहा है या चलाया जा रहा हे उसको देख कर जो कोई कुछ सोच नहीं रहा हे, समझ नहीं रहा हे, चिंतन नहीं कर रहा हे, कहना पड़ेगा की उसने इतिहास या वर्तमान से कुछ नहीं सीखा.

बंगाल मे कौन सुरक्षित नहीं हे, किसको मालूम नहीं हे. किस समुदाय की महिलाओं का बलात्कार हो रहा हे, किसका पलायन हो रहा हे क्या आपको मालूम नहीं हे. केरल मे किसके कार्यकर्ता मारे जाते हैं?

फिर ऐसे किसी अपराधी को बचाने के लिए पूरा तंत्र खड़ा रहता हे. कभी आपने पैसे की कमी नहीं देखी. जहांगीरपूरी मे कार्यवाही रोकने के लिये कपिल सिब्बल सुबह 10 बजे ही केस चालू करवा देते हैं. 10.30 बजे तक काम रोकने का ऑर्डर मिल जाता हे.

देश जलाने वालों को वकीलों की कोई कमी नहीं होती ना ही पैसों की. उसके दूसरी तरफ धर्म और देश रक्षा के लिए लड़ने वालों के लिये ऐसा कम ही देखने मिलता हे की लोग समर्थन मे बढ़ चढ़ के आगे आयें.

तेलंगाना मे 10 पुलिस वालों ने जो तुरत फूरत न्याय किया वो शायद अब जीवन भर न्याय के लिये लड़ेंगे और खप जाएंगे. उनकी हालत देख कर दूसरों का हौंसला पस्त हो जायेगा. किसी बेटी का बलात्कार और हत्या हो तो हो, लेलो कानून की प्रक्रिया से न्याय.

कौन सामना करेगा ऐसी परिस्तिथियों का.

ना हम खुद लड़ेंगे, ना किसी लड़ाके का साथ देंगे.

कल्पना करिए कोई ऐसा व्यक्ति हो जो खूब कमाई कर्ता हो, खूब संपति जमा कर्ता हो लेकिन उसकी सुरक्षा का कोई इंतजाम ना करे. ना घर मे मजबूत तिजोरी, ना कोई चौकीदार बस सब खुला पड़ा हे. लुटेरों को भी मालूम हे की बहुत आसान हे इसके घर मे सेंध लगाना. हो सकता हे लूटेरों को मदद करने वाला कोई भीतरी भी मिल जाये जो दरवाजे की कुंडी भी अंदर से खोल दे. लो लूट लो, मार लो.

जिसकी संपति ज्यादा हे वो पहले शिकार बनेगा.

आदिकाल मे भारत के साथ येही हुआ. भारत की समृद्धी भारत की बर्बादी का कारण बनी. अगर आप समृद्ध हैं तो आपको अपनी सुरक्षा का भी इंतजाम करना पड़ेगा वर्ना आपकी समृद्धी आपकी जान ले सकती हे.

वक़्त रहते जाग जाइए, खुद आगे आइए. जो संघर्ष कर रहें हैं उनके साथ खड़े होइए.

बातें करने से आगे आइये. तन और मन के साथ धन भी लगाइए.

आज भामाशाह बन सकते हैं तो बनिये.

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